About Department of Hindi
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल
बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटत ना हिय को सूल
(भारतेन्दु हरिश्चंद्र)
हिन्दी विभाग कॉलेज के आरंभ होने के वर्ष (1960) से चल रहा है। हिन्दी भाषा 1965 में अंग्रेज़ी भाषा के साथ भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकृत की गई। व्याकरण की दृष्टि से हिन्दी सभी भाषाओं में श्रेष्ठ भाषा है। हिन्दी विभाग को पूर्वाध्यक्ष प्रो. संत लाल धवन तथा प्रो. जेतली जी ने अपनी मेहनत तथा दूरदृष्टि से बहुत आगे बढ़ाया। वर्ष 2015 में हिन्दी विभाग में उर्दू तथा संस्कृत भाषाओं का एक वर्षीय डिप्लोमा आरंभ किया गया और विभाग का नाम ‘हिन्दी व अन्य भाषाएँ विभाग’ हो गया। उर्दू तथा संस्कृत हिन्दी की दो बहनों के समान हैं, जिनके ज्ञान के बिना हिन्दी का ज्ञान अधूरा ही रह जाता है।
प्रत्येक वर्ष ‘हिन्दी व अन्य भाषाएँ विभाग’ के बहुत से विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए चयनित होते हैं। विभाग शिक्षा के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के द्वारा विद्यार्थियों के समूचे व्यक्तित्व के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
हमारे दायित्व
दृष्टि
विद्यार्थियों को राष्ट्रीय भाषा हिन्दी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट कुशलता प्रदान करना तथा उनमें भाषा तथा साहित्य की व्याख्या तथा मूल्यांकन की योग्यता को बढ़ावा देना।
लक्ष्य
विद्यार्थियों को सामाजिक दृष्टि से जागरूक करना तथा बौद्धिक दृष्टि से सामर्थ्यवान बनाना ताकि वह प्रतिस्पर्धा के दौर में सफलतापूर्वक रोजगार के योग्य बन सकें।
उद्देश्य
- ज्ञान की प्राप्ति के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण।
- विद्यार्थियों की व्यवसायिक योग्यताएं तथा उनकी प्रतिभा में बढ़ौतरी करना।
- शाश्वत् महत्त्व रखने वाली शिक्षा को प्रोत्साहन देना।
- विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा प्रदान करना जो उनको रोज़गार के योग्य बनाए।
हिन्दी साहित्य परिषद्
प्रत्येक वर्ष हिन्दी साहित्य परिषद् का गठन किया जाता है तथा हिन्दी के विकास के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम करवाये जाते हैं।
- विद्वानों द्वारा व्याख्यान।
- निबन्ध, कविता, कहानी तथा स्लोगन लेखन व अन्य प्रतियोगिताएँ।
- समाज-सेवा के कार्य।
- कविता उच्चारण, श्लोक उच्चारण तथा ग़ज़ल गायन प्रतियोगिताएँ।
- राष्ट्रीय सैमिनारों का आयोजन।
- पत्र-वाचन, प्रशमनोत्तरी तथा वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ।
विभागीय विशेषताएँ
- विभागीय पुस्तकालय।
- ऑडियो-विज्युल एडज़।
- आधुनिक सुविधाओं से युक्त कक्षाएँ।
- प्रमुख पत्र-पत्रिकाएँ।
- कमज़ोर तथा होशियार विद्यार्थियों के लिये विशेष प्रशिक्षण तथा उचित मार्गदर्शन।
- जो अन्य राज्यों से आए विद्यार्थी है उनके लिए भाषा उपचारत्मक कक्षाएँ।
- विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य, संस्कृति, सभ्याचार की शिक्षा भी दा जाती है।
- राष्ट्रीय/अन्तराष्ट्रीय तथा अन्य महत्वपूर्ण दिनों को उत्सव रुप में मनाना।
- पाठ्यक्रम का कौशल तथा रोज़गार से सम्बन्धित होना।
- विद्यार्थियों को विभागीय गतिविधियों द्वारा लैंगिक असमानता, नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण तथा नैतिक मूल्यों से अवगत करवाना।
- विभाग में चल रहे मूल्य-वर्धित कोर्स द्वारा विद्यार्थियों को अपनी पुरातन सभ्यता से जोड़ने का कार्य।
- प्रतिक्रिया प्रणाली (फीडबैक सिस्टम) के माध्यम से विद्यार्थियों के शिक्षा के स्तर को और सुधारना।
- प्रक्षेपक (प्रोजेक्टर) के माध्यम से कठिन विषयों को रोचक ढंग से प्रस्तुत करना।
MEET THE FACULTY
Department of Hindi

Dr. Harvinder Kaur
Associate ProfessorMA,M.Phil,Ph.d
SEE PROFILE
Dr. Mohd Yousuf
Assistant ProfessorM.A (Urdu, Persian, Religious Studies)PH.D
SEE PROFILE
Manish Kumar
Assistant ProfessorM.A, B.Ed (PSTET)
SEE PROFILECOURSES OFFERED
Department of Hindi
बी.ए. भाग प्रथम, द्वितीय, तृतीय (हिन्दी साहित्य)
कोर्स आऊटकम (पाठ्यक्रम उपलब्धि)
बी.ए. प्रथम
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी हिन्दी साहित्य के इतिहास का आधारभूत (Basic) ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम होते है। आधुनिक कविता की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के साथ साहित्य की विधाओं कहानी तथा उपन्यास के विषय में भी ज्ञान अर्जित करते हैं। इसके अतिरिक्त समसामयिक विषयों पर अपने विचार प्रकट करने से उनकी लेखन कला में सुधार होता है ।
बी.ए. द्वितीय
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी हिन्दी साहित्य के इतिहास का विस्तृत ज्ञान हासिल करते हैं। साहित्य की विधाओं एकाँकी तथा उपन्यास की रचना प्रक्रिया को समझते हैं। इसके अतिरिक्त हिन्दी भाषा की उत्पत्ति विकास तथा विभिन्न रूपों की विस्तृत जानकारी हासिल करते हैं।
बी.ए. तृतीय
इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी हिन्दी साहित्य के इतिहास का सम्पूर्ण ज्ञान हासिल करते हैं। हिन्दी साहित्य की नवीन विधाओं रेखाचित्र, संस्मरण, जीवनी तथा आत्मकथा आदि का विस्तृत ज्ञान अर्जित करते हैं। इसके अतिरिक्त छन्दों के माध्यम से कविता रचना की प्रक्रिया को भी समझते हैं।
प्रोग्राम आऊटकम (प्रोग्राम उपलब्धियाँ)
- हिन्दी साहित्य का विषय पढ़ने वाले विद्यार्थी स्कूलों तथा कॉलेजों में हिन्दी शिक्षक के रुप में कार्य कर सकते हैं।
- सरकारी तथा प्राईवेट बैंकों में हिन्दी ऑफिसर की नौकरी हासिल कर सकते हैं।
- सरकारी, अर्द्धसरकारी व प्राइवेट संस्थानों तथा बैंकों में अनुवादक के तौर पर कार्य कर सकते हैं।
- हिन्दी भाषा का उचित ज्ञान होने पर रेडियो तथा टेलीविज़न पर समाचार वाचक के रुप कार्य कर सकते हैं।
- विभिन्न हिन्दी समाचार पत्र/पत्रिकाओं में अनुछेच्द लेखन/ब्लॉग तथा समसामयिक विषयों पर ज्ञानवर्धक अनुबन्ध लेखन का कार्य कर सकते है।
BA - I Syllabus (Sem - I & II)
BA - II Syllabus (Sem III & IV)
BA - III Syllabus (Sem V & VI)
डिप्लोमा इन उर्दू
कोर्स आऊटकम (पाठ्यक्रम उपलब्धि)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी उर्दू भाषा के सामान्य ज्ञान के साथ-साथ इसकी व्याकरण से भी परिचित होते हैं। उर्दू के महान रचनाकारों के विषय में जानकारी हासिल करते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यार्थी सांस्कृतिक तथा सामाजिक समस्याओं से सम्बंधित भिन्न-भिन्न विषयों पर अपने विचार व्यक्त कर अपनी लेखन कला में सुधार करते हैं।
डिप्लोमा इन फ़ारसी
कोर्स आऊटकम (पाठ्यक्रम उपलब्धि)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी फ़ारसी भाषा के सामान्य ज्ञान के साथ-साथ इसकी व्याकरण व्याकरण का ज्ञान प्राप्त करके फ़ारसी भाषा सीखने में कुशलता प्राप्त करते हैं। फ़ारसी के महान साहित्य के विषय में जानकारी हासिल करते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यार्थी अनुवाद की कला में भी सक्षम होते हैं।
डिप्लोमा इन संस्कृत
कोर्स आऊटकम (पाठ्यक्रम उपलब्धि)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों तथा श्रीजपुजी साहिब के माध्यम से जहाँ धर्मों का अध्ययन कर पाते हैं, वहीं अपनी समृद्ध संस्कृति के विषय में भी जानकारी हासिल करते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यार्थी वेद तथा वेदाङ्गों के सामान्य ज्ञान से भी अवगत होते हैं तथा व्यवहारिक पक्षों से भी भाषा का अध्ययन करना सीखता है और अनुवाद की कला में भी कुशलता प्राप्त करते हैं।
प्रोग्राम आऊटकम (प्रोग्राम उपलब्धियाँ)
उर्दू, फ़ारसी तथा संस्कृत से डिप्लोमा करने वाले विद्यार्थी जहाँ उच्च शिक्षा के योग्य बनते हैं। वहीं विभिन्न संस्थानों में अनुवादक का कार्य भी कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कई सरकारी नौकरियों जैसे पटवारी तथा योगा अध्यापक आदि तथा पुरातन भवनों की भित्तियों पर लिखे लेखों को पढ़ने में सहायक होने के कारण पर्यटन व्यवसाय में भी इन भाषाओं का ज्ञान रखने वालों के लिए अपार सम्भावनाएँ है।
सर्टिफ़िकेट कोर्स इन एंकरिंग (मंच संचालन – अवधि 3 माह)
कोर्स आऊटकम (पाठ्यक्रम उपलब्धि)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी विभिन्न मंचों, रेडियो, टी.वी. तथा सिनेमा के सन्दर्भ में सफल एंकर बनने के लिए वक्ता के रूप में उपर्युक्त स्रोत सामग्री को एकत्र तथा प्रयोग करने की कला सीखेंगे। विद्यार्थी विभिन्न विधाओं से संबंधित पुस्तकों से स्रोत सामग्री ग्रहण करेंगे, जिससे बोलने की कला के साथ-साथ उनकी साहित्य पढ़ने में भी रूचि उत्पन्न होगी।
प्रोग्राम आऊटकम (प्रोग्राम उपलब्धियाँ)
इस कोर्स को करने के उपरान्त विद्यार्थी किसी भी औपचारिक, अनौपचारिक मंच रेडियो टीवी तथा सिनेमा से सम्बन्धित मंच पर सफलतापूर्वक एंकरिंग कर पायेंगे। रेडियो तथा टीवी पर समाचार वक्ता के रूप में कार्य कर सकेंगा। मंच-संचालन के साथ जहाँ विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में निखार आएगा वहीं सुप्रसिद्ध व्यक्तियों के साथ बातचीत करने से आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी।
OUR ACTIVITIES
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Important Links
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सत्र 2016-17
सत्र 2017-18
त्रिभाषी कवि सम्मेलन - हिन्दी, उर्दू तथा पञ्जाबी
सत्र 2018-19
निबन्ध लेखन प्रतियोगिता (हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में)
सत्र 2019-20
त्रिभाषी राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन
कविता गायन, श्लोक उच्चारण एवं गज़ल गायन प्रतियोगिता
उर्दू ज़बान की अहमियत विषय पर लेक्चर
सत्र 2020-21
ऑनलाइन लेक्चर (कोविड के कठिन समय में)
ऑनलाइन लेक्चर (श्री गुरु तेग बहादुर जी की अनूठी शहादत)
सत्र 2021-22
DBT Star College
Activities
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Department of Hindi
डॉ. हरविन्दर कौर
वाइस प्रिंसीपल (अकादमिक)
डीन (सांस्कृतिक गतिविधियाँ)
अध्यक्षा - हिन्दी एवं अन्य भाषाएँ विभाग
सम्पर्क सूत्र - +91 985559071
ई-मेल - kcphindidepartment@gmail.com